About Us

Dr. Riyaz Ul Ansari
Founder-President
Dr. Vidyadhar
General Secretary
Prof. Rishabha Deo Sharma
Chief Advisor

‘हिन्दी हैं हम विश्व मैत्री मंच’ हैदराबाद, भारत की एक ऐसी संस्था है जिसका जन्म 25 मार्च 2015 को हुआ I इस मंच के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद रियज़ुल अंसारी और महासचिव डॉ. विद्याधर हैं I परामर्शदाता प्रो. ॠषभ देव शर्मा जी के सुझावों से निर्मित इस पंजीकृत संस्था का उद्देश्य विश्व स्तर पर एक लोकप्रिय भाषा के रूप में हिन्दी के लिए समर्थन जुटाना और उसकी स्थिति मजबूत करना तथा उसे भारत की राष्ट्र भाषा बनाने के लिए जन चेतना जागृत करते हुवे सरकार पर दबाव डालना कि सारे केन्द्रीय मंत्रालयों का कार्य हिंदी में हो I यह मंच देश और विदेशों में कलात्मक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के रूप में हिंदी में रुचि को बढ़ावा देने के लिए कार्यशालाओ, प्रदर्शनियों, व्याख्यानों, बैठकों, सेमिनारों तथा संगोष्ठियों को आयोजित करते हुए हिंदी को ‘विश्व भाषा’ के रूप में प्रचार-प्रसार करता है I ‘विश्व भाषा’ के रूप में हिंदी को स्थान दिलाने हेतु दुनिया भर में विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए “भाषा मैत्री यात्रा” का आयोजन करना और ‘विश्व भाषा’ की आवश्यकताओं की समझ विकसित करने के लिए राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समारोहों एवं संघोष्ठियों को आयोजित करता है ताकि हिंदी विश्व भर में लोकप्रिय भाषा बनकर उभरती हुवी भारत की राष्ट्रभाषा ही नहीं अपीतु राष्ट्रसंघ की भाषा-अनुसूची में भी अपनी जगह बना सके I

मंच का उद्देश्य एवं लक्ष्य :

‘हिन्दी हैं हम विश्व मैत्री मंच’, एक ऐसी संस्था है जो बहुआयामी उद्देश्यों का वरण करते हुवे निरंतर यह प्रयासशील है की हिंदी को उसका गौरव, सम्मान तथा अधिकार मिले और वह राष्ट्रभाषा के सिंहासन पर आरूढ़ हो सके I हर भारतवासी गर्व से हिंदी का प्रयोग करे यही इस मंच का मुख्य उद्देश्य है I 25 मार्च 2017 में पंजिकृय यह संस्था अपने सदस्यों के साथ हिंदी के उन्नयन एवं संवर्धन हेतु निरंतर प्रयासरत है I यह मंच अनेक लक्ष्यों को अपनाते हुवे संकल्प बध्ध होकर इस संस्था की समय बध्ध नियमावली तथा योजना बनाई जिस के उद्धेश्य एवं लक्ष्य इस प्रकार हैं –

  1. इस मंच का उद्देश्य विश्व स्तर पर एक लोकप्रिय भाषा के रूप में हिन्दी के लिए समर्थन जुटाना और उसकी स्थिति मजबूत करना तथा उसे भारत की राष्ट्र भाषा बनाने के लिए जन चेतना जागृत करते हुवे सरकार पर दबाव डालना कि सारे केन्द्रीय मंत्रालयों का कार्य हिंदी में हो I
  2. यह मंच देश और विदेशों में कलात्मक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के रूप में हिंदी में रुचि को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करते हुवे इस विषय पर ज़ोर देता है की विदेश स्थित भारतीय दूतावासों की प्रथम भाषा हिंदी और द्वितीय भषा अंग्रेज़ी हो ।
  3. यह मंच देश-विदेश के साहित्य, संस्कृति एवं भाषा से संबंधित विषयों पर चर्चा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करेगा और यथासंभव संपर्क भाषा के रूप में हिंदी का उपयोग करने पर विशेष बल देगा ।
  4. इस मंच का उद्देश्य है कि अभिव्यक्ति और संचार के माध्यम के रूप में समुदाय को हिंदी के बड़े पैमाने पर लाभ से परिचित कराना और अकादमिक पदों पर युवा विद्वानों को रोज़गार प्राप्त करने में मदद करना, जहां वे प्रभावी शिक्षक और विद्वान-आलोचक के रूप में अपनी जगह बना पाएं।
  5. हिंदी भाषा के माध्यम से प्रवासी भारतीयों को जोड़ने के लिए उनसे संपर्क बनाना और उनसे परिवर्तित होती भाषाई गतिविधियों को जानना ।
  6. ‘विश्व भाषा’ के रूप में हिंदी का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से चर्चाएँ करने के लिए नियमित बैठकों का आयोजन करना I
  7. भारत की सभी शैक्षिक संस्थओं में हिंदी का अनिवार्य रूप से पठन-पठान हो और भारत के सभी विश्वविद्यालयों में हिंदी विभाग खोले जाने पर ज़ोर देना I
  8. भारत की सभी केन्द्रीय तथा प्रांतीय प्रशासनिक परीक्षाओं की आधार भाषा हिंदी हो और अपनी प्रांतीय भाषओं में भी परीक्षा देने का विकल्प हो I शोधार्थियों को उनके अध्ययन में सहायता प्रदान करना तथा उनको उनके अधिकार दिलाने में मदद करना I
  9. ‘विश्व भाषा’ के रूप में हिंदी को स्थान दिलाने हेतु विश्व भर में विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए “भाषा मैत्री यात्रा” का आयोजन करना और ‘विश्व भाषा’ की आवश्यकताओं की समझ विकसित करने के लिए राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समारोह एवं संघोष्ठियों को आयोजित करना ताकि हिंदी विश्व भर में लोकप्रिय भाषा बनकर उभर सके I
  10. हिंदी के लिए योगदान देने वाले प्रतिभाशाली विद्वानों को मैत्री मंच द्वारा ‘हिंदी सेवी’ पुरस्कारों से सम्मानित करना I
  11. कला, संस्कृति और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने तथा उसके उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यशालाओ, प्रदर्शनियों, व्याख्यानों, बैठकों, सेमिनारों, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, विनिमय कार्यक्रमों को व्यवस्थित करने के लिए प्रयास करना I
  12.  प्रतिभाशाली विद्यार्थी, जो हिंदी भाषा को प्रधानता देते हैं उन्हें हिंदी के प्रति प्रेम तथा उत्साह जगाने के लिए विभिन्न साहित्तिक प्रतियोगिताओं का आयोजन कर उन्हें पुरस्कृत करना I
  13.  मंच के उद्धेश्यों की प्राप्ति में रूचि रखने वाले अन्य संगठनों को सहयोग प्रदान करन आवश्यकता होने पर उनसे जुड़ कर संगोष्ठियों, अभियानों तथा सभाओं का आयोजन करना I                                                             
  14. इस मंच के माध्यम से ‘सफाई अभियान’ तथा ‘हरिता हारम’ जैसी सेवाओं का आयोजन करना  

      I प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के कारण आपातकालीन स्थितियों के दौरान राहत  

     और पुनर्वास कार्य के लिए सतर्क रहकर उन्हें सहायता पहुचाना ।

  1.  विश्व भर के हिंदी प्रेमियों की साहित्यिक प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए        

 विभिन्न विषयों के शोधालेखों को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करना I आदि इत्यादि ….